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    डिप्‍लोमा पाठ्यक्रम

    डिप्लोमा पाठ्यक्रम
    पाठ्यक्रम केन्द्र सीटों की संख्या अवधि संबद्ध विश्वविद्यालय/संस्था प्रवेश हेतु पात्रता प्रवेश की पध्दति
    विशेष शिक्षा में डिप्लोमा (हियरिंग इंपेअरमेंट)[डी.एड. विशेष शिक्षा(एचआई)] नोएडा,
    कोलकाता,
    सिकंदराबाद,
    जानला (ओडिशा)
    नोएडा – 30,
    कोलकाता-31 ,
    सिकंदराबाद – 31,
    जानला-31
    2 वर्ष आरसीआई मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से 10+2 अथवा इसके समकक्ष परीक्षा न्यूनतम : सामान्य वर्ग के लिए 50% अंक एससी/एसटी/पीएच के लिए 45% अंक आरसीआई  प्रवेश परीक्षा(एआईओएटी)
    श्रवण, भाषा एवं  वाक् में डिप्लोमा[डीएचएलएस] नोएडा,
    कोलकाता,
    सिकंदराबाद,
    जानला (ओडिशा)
    नोएडा- 25 ,
    कोलकाता-31 ,
    सिकंदराबाद – 31 ,
    जानला -31
    1 वर्ष आरसीआई 10+2 अथवा इसके समकक्ष।
    किसी मान्यता प्राप्त शिक्षा बोर्ड से पी.सी.बी./पी.सी.एम. के साथ
    योग्यता के आधार पर चयन।
    आर.सी.आई. से अनुमोदन के अधीन।
    आरसीआई  प्रवेश परीक्षा(एआईओएटी)
    भारतीय सांकेतिक भाषा दुभाषिया पाठ्यक्रम में डिप्लोमा
    [डीआईएसएलआई]
    मुंबई ,
    कोलकाता ,
    नोएडा
    15 प्रत्येक 2 वर्ष आरसीआई क) उच्च माध्यमिक (10 + 2) अथवा समकक्ष।  न्यूनतम 50% अंकों के साथ
    ख) कार्यात्मक अनुभव ।
    ग) कम से कम एक भाषा में प्रभूत्व।
    घ) सामान्य सीमा के भीतर द्वि कर्णीय श्रवण संवेदनशीलता।
    अनुसूचितजाति/अनुसूचितजनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग/दिव्यांगजन और अन्य श्रेणियों के लिए आरक्षण और छूट केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार होगी।
    आरसीआई  प्रवेश परीक्षा(एआईओएटी)

    डी.एड.,एसई (डीएचएच)   
    प्रवेश प्रक्रिया:
    प्रवेश आरसीआई, नई दिल्ली द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के आधार पर तथा समय-समय पर आरसीआई द्वारा निर्धारित पात्रता मानदंडों के अनुसार किया जाएगा।
    अधिक जानकारी के लिए कृपया वेबसाइट पर जाएं।

    व्याप्ति और संभावनाएं

    • श्रवण ,भाषा एवं वाक् में डिप्लोमा, (DHLS) धारक को विशेष विद्यालयों (श्रवण दिव्यांग, बौद्धिक दिव्यांग बच्चों आदि के लिए), क्लीनिकों, जिला दिव्यांग पुनर्वास केंद्रों और ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों में ऑडियोलॉजिस्ट और  स्पीच-लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट के सहायक के रूप में कार्य कर सकते हैं।
    • विशेष शिक्षा में डिप्लोमा प्राप्त शिक्षक   श्रवण बाधित बच्चों के लिए विशेष विद्यालयों   की पूर्व-प्राथमिक और प्राथमिक कक्षाओं में तथा नियमित विद्यालयों से संबद्ध संसाधन इकाइयों में अध्यापन  कार्य के पात्र होंगे।
    • पीडब्लूडी अधिनियम (1995) और यूएनसीआरपीडी (2008) के अनुसार, सार्वजनिक सेवाओं, विद्यालयों और कार्यक्रमों में श्रवण दिव्यांग व्यक्तियों के लिए दुभाषिए उपलब्ध कराना अनिवार्य हो गया है। देश में   भारतीय सांकेतिक भाषा दुभाषियों (Indian Sign Language Interpreters)   की अत्यधिक आवश्यकता को देखते हुए   भारतीय सांकेतिक भाषा दुभाषिया पाठ्यक्रम में डिप्लोमा करने वाले व्यक्तियों के लिए व्यापक अवसर उपलब्ध हैं।

    सभी विवादों का निपटारा मुंबई न्यायालय या उन न्यायालयों तक सीमित होंगे, जिनके अधिकार क्षेत्र में क्षेत्रीय केंद्र स्थित हैं।

    पाठ्यक्रम ट्यूशन फी प्रति वर्ष पुस्तकालय शुल्क प्रति वर्ष छात्रावास शुल्क प्रतिवर्ष शैक्षिक दौरे का शुल्क सावधानी हेतु जमा धन राशि
    डीएचएलएस 7,500/- 2000/- 18,000/- 2000/- 5000/-
    डी.एड एस.ई.(डीएचएच) 7,500/- 2000/- 18,000/- 2000/- 5000/-
    डीआईएसएलआई 10,000/- 5000/- 18,000/- 2000/- 5000/-

    छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों को बिजली शुल्क के रूप में प्रति वर्ष ₹4,000/- भुगतान करना अनिवार्य होगा।

    अन्य जानकारी  

    शिक्षा का माध्यम   

    डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों के लिए शिक्षण का माध्यम आरसीआई के नियमों के अनुसार होता है, जबकि डिग्री स्तर के पाठ्यक्रमों के लिए संबंधित विश्वविद्यालय के नियमों का पालन किया जाता है। इसके बावजूद, भाषा संबंधी सहायता की आवश्यकता वाले विद्यार्थियों को हर संभव सहयोग प्रदान करने का प्रयास किया जाता है। वर्तमान में, संस्थान और इसके क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा संचालित किए जाने वाले सभी पाठ्यक्रम पूर्णकालिक हैं।

    संकायगण

    अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.संस्थान, एक राष्ट्रीय संस्थान होने के नाते भारत और विदेशों के प्रतिष्ठित विद्वानों को विद्यार्थियों के साथ संवाद स्थापित करने के लिए आमंत्रित करता है। विद्यार्थियों को अपनी जड़ों की पहचान कराने के साथ-साथ वैश्विक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करना संस्थान का सदैव प्रयास रहा है। यह विद्यार्थियों को उनके चुने हुए विशिष्ट क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूक करने का प्रयत्न करता है। संस्थान के पुस्तकालय में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध है।

    उपस्थिति   

    विद्यार्थियों से नियमित और समय पर उपस्थित रहने की अपेक्षा की जाती है। यदि किसी विद्यार्थी की उपस्थिति संबंधित विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित न्यूनतम प्रतिशत से कम होती है, तो उसे अंतिम परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जा सकती। चूंकि विभिन्न संबद्ध विश्वविद्यालयों के उपस्थिति संबंधी नियम अलग-अलग होते हैं, इसलिए विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि वे शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत में ही आवश्यक उपस्थिति मानदंडों की जानकारी प्राप्त कर लें।

    छात्र परामर्श   

    व्यक्तिगत से लेकर पेशेवर मुद्दों तक सभी मामलों के लिए एक वरिष्ठ संकाय सदस्य को छात्र कल्याण अधिकारी नियुक्त किया जाता है। प्रत्येक पाठ्यक्रम के छात्रों की प्रगति की निगरानी के लिए विभाग प्रमुख के स्तर पर एक पाठ्यक्रम समन्वयक नियुक्त किया जाता है। सभी पाठ्यक्रमों के लिए संकाय सदस्यों को ट्यूटर के रूप में भी नियुक्त किया जाता है।

    खेल और सांस्कृतिक गतिविधियाँ   

    छात्रों को संस्थान में वार्षिक दिवस समारोह और अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों जैसे इंडियन स्पीच एण्ड हियरिंग एसोसिएशन (आई.एस.एच.ए.) सम्मेलन और नेशनल कन्वेंशन फॉर एजुकेशन ऑफ द डेफ (एनसीईडी) कार्यक्रमों के दौरान आयोजित इनडोर/आउटडोर खेलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।

    कैंटीन सुविधा

    क्षेत्रीय केंद्रों की आवश्यकताओं के अनुसार कैंटीन सुविधाएँ उपलब्ध हैं। छात्र सीधे भुगतान करके इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। भुगतान की राशि केंद्रों के अनुसार भिन्न हो सकती है।

    छात्रावास   

    संस्थान मुंबई और क्षेत्रीय केंद्रों में सीमित संख्या में बाहरी छात्रों को शुल्क के आधार पर छात्रावास सुविधा प्रदान करता है। छात्रावास के कमरों में एक पलंग , अध्ययन टेबल और कुर्सियाँ उपलब्ध कराई जाती हैं। छात्रावास में अनुशासन बनाए रखने और छात्रों की सहायता के लिए वार्डन नियुक्त किए गए हैं। छात्रावास आवंटन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर किया जाता है।

    अनुशासन         

    कक्षा, क्लीनिक और छात्रावास में छात्रों को अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है। संस्थान परिसर और छात्रावास में धूम्रपान और शराब का सेवन सख्त वर्जित है। शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है और सक्षम प्राधिकारी द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाती है।

    रैगिंग         

    संस्थान के अधिकारी पूरी सतर्कता बरतते हैं और संस्थान एवं हॉस्टल में रैगिंग की समस्या पर काबू पाने के लिए रोकथाम के उपाय लागू किए गए हैं। एक एंटी-रैगिंग समिति का गठन किया गया है जिसमें वरिष्ठ संकाय और कर्मचारी शामिल हैं, जो विद्यार्थियों को परामर्श देते हैं और उन्हें यह अवगत कराते हैं कि रैगिंग करने पर निलंबन, निष्कासन या प्रवेश रद्द किया जा सकता है, आपराधिक कार्यवाही शुरू की जा सकती है और यहाँ तक कि कारावास भी हो सकता है। समिति विशेष औचक निरीक्षण करती है और यह सुनिश्चित करने के लिए विद्यार्थियों से प्रतिदिन संपर्क बनाए रखती है कि संस्थान परिसर में कोई अनुचित घटना न हो।

    प्रवेश के समय, सभी विद्यार्थियों और उनके माता-पिता / अभिभावकों से यह अपेक्षित है कि वे एक शपथ पत्र प्रस्तुत करें जिसमें यह उल्लेख हो कि उन्हें रैगिंग के परिणामों की पूरी जानकारी है।

    प्लेसमेंट सेल

    यद्यपि संस्थान का मुख्य कार्य छात्रों को रोजगार प्रदान करना नहीं है, फिर भी एक ‘प्लेसमेंट सेल’ स्थापित किया गया है, जो अध्ययन पूर्ण करने वाले छात्रों और ऑडियोलॉजिस्ट, स्पीच पैथोलॉजिस्ट तथा शिक्षकों की अपेक्षा रखने वाले संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास करता है। छात्रों को इस सेल में अपना नाम दर्ज कराना लाभप्रद हो सकता है।

    छात्र प्रतिक्रियाएँ (फीडबैक)        

    संस्थान हर वर्ष छात्रों से पाठ्यक्रम, संकाय और सुविधाओं के संबंध में फीडबैक प्राप्त करता है। । गोपनीयता सुनिश्चित किए जाने के कारण, फीडबैक निष्पक्ष होता है और आवश्यक सुधारों को लागू करने में सहायक होता है।

    प्रवेश परीक्षा/प्रवेश/शुल्क/छात्रावास संबंधी नियम, विनियम और दिशानिर्देश सार्वजनिक हित में बिना किसी पूर्व सूचना के बदले जा सकते हैं।

    अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें –

    निदेशक, अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं.          

    के.सी. मार्ग,  बांद्रा रिक्लेमेशन,

    बांद्रा (पश्चिम),  मुंबई 400 050

    दूरभाष: 022 – 69102100 एक्सटेंशन – 106

    ई-मेल: ayjnihh-mum[at]nic[dot]in

    सहायक निदेशक,

    अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र

    NIMH भवन, प्लॉट संख्या 44-A,

    ब्लॉक-C, सेक्टर-40, गौतम बुद्ध नगर, नोएडा – 201 303

    फोन: +91 08527696052

    ई-मेल: adnrc-nihh[at]nic[dot]in

    सहायक निदेशक,

    अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. पूर्वी क्षेत्रीय केंद्र

    एन आई ओ एच  परिसर, बी.टी. रोड,

    बोन हुगली, कोलकाता- 700 090

    टेलीफैक्स: 033-25311427 / 25315492

    ई-मेल: aderc-nihh[at]nic[dot]in

    सहायक निदेशक,

    अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. दक्षिणी क्षेत्रीय केंद्र

    मनोविकास नगर,

    सिकंदराबाद -500 009

    दूरभाष: 040-27753385/27750827 (एक्सटेंशन 207)

    ई-मेल: adsrc-nihh[at]nic[dot]in

     सहायक निदेशक,

    अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. क्षेत्रीय केंद्र, जनला

    राज्य सहयोग केंद्र,

    ओगलापाड़ा, पोस्ट – जनला,

    जिला – खुर्दा, ओडिशा – 752 054

    टेलीफैक्स: 0674-2460641

    ई-मेल: adtctd-nihh[at]nic[dot]in, tctdbbsr[at]yahoo[dot]com