सूचना एवं प्रलेखन केंद्र
- संपर्क सूत्र : 022-26559708 ; 022-26400215/228 विस्तार-335
ई-मेल: idcnihh[at]yahoo[dot]com
सूचना और प्रलेखन सेवाएं प्रभावी रूप से अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि. संस्थान और इसके लाभार्थियों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जोड़ती हैं। इसका उद्देश्य श्रवण ह्रास के क्षेत्र में काम कर रहे व्यक्तियों और संगठनों को सूचना का अधिग्रहण, समावेशन और प्रसार करना है। केंद्र प्रलेखन, सूचान प्रौद्योगिकी और पुस्तकालय सेवाएं प्रदान करता है। प्रलेखन सेवा में वार्षिक रिपोर्ट, मासिक रिपोर्ट, एमआईएस रिपोर्ट और मंत्रालय/संसद मांगे जाने पर विशिष्ट रिपोर्ट का संकलन शामिल है।
कंप्यूटर केंद्र (सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएं)
कंप्यूटर केंद्र संस्थान की गतिविधियों के लिए आवश्यकताओं के अनुसार सॉफ्टवेयर के विकास, उपयुक्त रेडीमेड सॉफ्टवेयर पैकेजों की पहचान और सिफारिश करके, उपयुक्त हार्डवेयर की सिफारिश, इंटरनेट सेवाओं और हार्डवेयर रखरखाव सेवाओं का समन्वय, कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदान करने और सहायता और समर्थन प्रदान करके कम्प्यूटरीकरण प्रक्रिया की सुविधा प्रदान करता है। कंप्यूटर केंद्र संस्थान में स्थापित विभिन्न सॉफ्टवेयर जैसे पीडब्ल्यूडी, नियुक्ति, वेतन, आरसीआई परिणाम तैयारी कार्य, पुस्तकालय और खातों के लिए नैदानिक सेवाओं हेतु सॉफ्टवेयर का समन्वय और निगरानी करता है।
पुस्तकालय सहित सभी विभागों में इंटरनेट सेवा उपलब्ध करायी गयी है। छात्रावास में छात्रों को इंटरनेट कनेक्शन भी उपलब्ध कराया जाता है।
कंप्यूटर केंद्र बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली का समन्वय करता है और ई-खरीद प्रक्रिया का समर्थन करता है।
साथ ही केंद्र द्वारा संस्थान की वेबसाइट https://ayjnishd.nic.in/ का रखरखाव किया जाता है। वेबसाइट वाक् और श्रवण ह्रास और पुनर्वास पर विस्तृत जानकारी प्रदान करती है। वेबसाइट पर समाचार और इवेंट अक्सर अपडेट किए जाते हैं।
पुस्तकालय
अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि. संस्थान के केंद्रीय वातानुकूलित पुस्तकालय में साठ पाठकों के बैठन की क्षमता है। मुख्यालय के पुस्तकालय में कुल 17363 पठन सामग्री उपलब्ध है, जिसमें 1042 हिंदी पुस्तकें, 1385 जर्नल के पिछले खंड के बाउंड अंक। संस्थान ने मुख्यालय और क्षेत्रीय केंद्रों के लिए 18 मल्टी-साइट ऑनलाइन ई-जर्नल और 155 ओपन एक्सेस जर्नल्स सबस्क्राइब् किए है। जिससे जर्नल्स का मूल्य और उसकी हार्ड कॉपीज संग्रहित करने के लिए जगह की आवश्यकता कम हो गई। अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि. संस्थान की डिजिटल लाईब्रेरी एक्सेस के लिए स्टाफ और छात्रों को वाई-फाई सुविधा उपलब्ध की गई है। जिससे उन्हें अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि. संस्थान की डिजिटल लाईब्रेरी की ई-रिसोर्सेज (एन-लिस्ट) के लिए सुविधा उपलब्ध हो सके। संस्थानके कार्यालयीन समय में कार्मिकों, छात्रों एवं रिसर्च स्कॉलर्स के लिए रिप्रोग्राफी सुविधा उपलब्ध है।
डिसएबिलिटी इंफॉर्मेशन लाइन (डिल)
दिव्यांगजनों और समुदाय में जागरूकता की कमी के कारण, शीघ्र पहचान और पुनर्वास प्रक्रिया में देरी होती है जिसके कारण सरकारी तथा गैर-सरकारी संगठनों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं का लाभ लक्ष्य समूह नहीं पहुंच पाता।
राष्ट्रीय विकलांगता सूचना हेल्पलाइन सेवा (एनडीआईएचएस) यह एक आईवीआरएस आधारित टेलीफोनिक सूचना सेवा है जो विभिन्न दिव्यांगताओं के बारे में जानकारी प्रदान करती है। डिल में दिव्यांगता संबंधित जानकारी, रोकथाम, निदान, हस्तक्षेप/उपचार, सहायक उपकरणों, शिक्षा, रोजगार, सेवा प्रदाताओं की सूची, सरकारी योजनाओं एवं रियायतों संबंधी जानकारी उपलब्ध है। राज्य विशिष्ट जानकारी प्रदान करने एवं स्थानीय भाषा में सहायता प्रदान करने के लिए भारत के विभिन्न क्षेत्रों में (डीआईएल) सर्वर स्थापित किए गए हैं। सामान्य जागरूकता से संबंधित जानकारी सभी क्षेत्रों के लिए समान है और इसके अतिरिक्त प्रत्येक क्षेत्र में राज्य विशिष्ट नैदानिक फिटमेंट, शैक्षिक और रोजगार सेवा प्रदाताओं की सूची है। यह एक प्रकार की राज्य विशिष्ट जानकारी जोड़ने की एक सतत प्रक्रिया है।
डिसएबिलिटी इंफॉर्मेशन लाइन (डीआईएल) टेलीफोन के माध्यम से चौबीसों घंटे सुलभ है क्योंकि यह एक इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पांस सिस्टम (आईवीआरएस) है। जानकारी अंग्रेजी, हिंदी या क्षेत्रीय भाषाओं में प्राप्त की जा सकती है। कार्य घंटों के दौरान कॉल अटेंडेंट की सेवा भी उपलब्ध है। डीआईएल को भारत के किसी भी हिस्से से निकटतम केंद्र पर कॉल करके सेवाओं का फायदा लिया सकता है। 2017-18 के दौरान, डीआईएल को 77621 कॉल प्राप्त हुए।
क्र. सं. | नाम | पदनाम |
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1 | श्री जय मधुकर थोरात | सूचना एवं दस्तावेज़ीकरण अधिकारी |
2 | श्री भोजाराजू गौड़ा | पुस्तकालयाध्यक्ष |
3 | श्री अरूण कालबगे | डी.ई.ओ. |
4 | श्रीमती अंजली नकाशे | एल.डी.सी. |
5 | श्री संजय ताम्बेट | पम्प परिचारक |
6 | श्री एस.जी. परब | एम.टी.एस. |