स्नातक पाठ्यक्रम
पाठ्यक्रम | केन्द्र | सीटों की संख्या | अवधि | संबद्ध विश्वविद्यालय/संस्था | प्रवेश हेतु पात्रता | प्रवेश की पध्दति |
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विशेष शिक्षा में स्नातक (हियरिंग इंपेअरमेंट ) [बी.एड.] विशेष शिक्षा (एचआई)] | मुंबई | 30 | 2 वर्ष (सेमेस्टर प्रणाली) | मुंबई विश्वविद्यालय | किसी भी यूजीसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक डिग्री अथवा समकक्ष, न्यूनतम 50% अंकों के साथ। (एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी के लिए आरक्षण विश्वविद्यालय के दिशानिर्देशों के अनुसार) कोलकाता केंद्र के लिए – विज्ञान/सामाजिक विज्ञान/मानविकी में स्नातक डिग्री और/ अथवा स्नातकोत्तर डिग्री में न्यूनतम 50% अंक अथवा विज्ञान और गणित में विशेषज्ञता के साथ इंजीनियरिंग या प्रौद्योगिकी में स्नातक (55% अंकों के साथ) अथवा इसके समकक्ष योग्यता वाले उम्मीदवार कार्यक्रम में प्रवेश के लिए पात्र हैं। एससी/एसटी/ओबीसी/पीडब्ल्यूडी और अन्य श्रेणियों के लिए आरक्षण और छूट केंद्रीय सरकार/राज्य सरकार के नियमों के अनुसार लागू होगी। |
अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा, अयाजंरावाश्रदिसं |
विशेष शिक्षा में स्नातक (हियरिंग इंपेअरमेंट ) [बी.एड.] विशेष शिक्षा (एचआई)] | कोलकाता | 23 | 2 वर्ष | पश्चिम बंगाल राज्य विश्वविद्यालय | ||
विशेष शिक्षा में स्नातक (हियरिंग इंपेअरमेंट ) [बी.एड.] विशेष शिक्षा (एचआई)] | सिकंदराबाद | 30+3 | 2 वर्ष | उस्मानिया विश्वविद्यालय | ||
विशेष शिक्षा में स्नातक (हियरिंग इंपेअरमेंट ) [बी.एड.] विशेष शिक्षा (एचआई)] | जानला | 30 | 2 वर्ष | – | किसी भी यूजीसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से किसी भी विषय में स्नातक डिग्री अथवा समकक्ष, न्यूनतम 50% अंकों के साथ। (एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी के लिए आरक्षण विश्वविद्यालय के दिशानिर्देशों के अनुसार) | अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा, अयाजंरावाश्रदिसं |
श्रवण, भाषा एवं वाक् विकृति विज्ञान में स्नातक (बीएएसएलपी) |
मुंबई | 25+15 | 4 वर्ष | एमयूएचएस, नासिक | a) मुंबई केंद्र के लिए 10+2 (एचएससी) उत्तीर्ण, जिसमें भौतिकी, रसायनशास्त्र और निम्नलिखित में से कोई एक विषय शामिल हो: जीवविज्ञान / गणित / कंप्यूटर विज्ञान / सांख्यिकी / इलेक्ट्रॉनिक्स / मनोविज्ञान। सामान्य/ओबीसी के लिए कुल 50% और एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी के लिए 45% अंक अनिवार्य। |
अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा, अयाजंरावाश्रदिसं |
श्रवण, भाषा एवं वाक् विकृति विज्ञान में स्नातक (बीएएसएलपी) |
कोलकाता | 31 | 4 वर्ष | डब्ल्यूबीयूएचएस, कोलकाता | b) कोलकाता केंद्र के लिए: i) 10+2 के साथ भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान / गणित / कंप्यूटर विज्ञान और अंग्रेजी तथा कोई अन्य पाँचवाँ विषय उत्तीर्ण । ii) प्रवेश के पिछले वर्ष के 31 दिसंबर तक उम्मीदवार की आयु 17 वर्ष होनी चाहिए। सामान्य/ओबीसी वर्ग के लिए न्यूनतम 50% अंक और एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए 45% अंक। |
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श्रवण, भाषा एवं वाक् विकृति विज्ञान में स्नातक (बीएएसएलपी) |
नोएडा | 25 | 4 वर्ष | गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, नई दिल्ली | सी) नोएडा केंद्र के लिए भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान/गणित/कंप्यूटर विज्ञान/सांख्यिकी/इलेक्ट्रॉनिक्स/मनोविज्ञान के साथ 10+2। सामान्य/ओबीसी के लिए 50% कुल और एससी/एसटी/दिव्यांग के लिए 45% |
गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय, |
विज्ञान स्नातक (श्रवण, भाषा एवं वाक् विकृति विज्ञान) [बी.एससी.(एएसएलपी)] |
सिकंदराबाद | 31+3 | 4 वर्ष | उस्मानिया विश्वविद्यालय | d) सिकंदराबाद केंद्र के लिए: 10+2 (एचएससी) भौतिकी, रसायन विज्ञान और निम्नलिखित में से किसी एक विषय: जीवविज्ञान/गणित/कंप्यूटर विज्ञान/सांख्यिकी/इलेक्ट्रॉनिक्स/मनोविज्ञान के साथ उत्तीर्ण। सामान्य/ओबीसी वर्ग के लिए न्यूनतम 50% अंक और एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों के लिए 45% अंक। |
अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा, अयाजंरावाश्रदिसं |
बी.एड. विशेष शिक्षा (एचआई), सिकंदराबाद
चयन ओयू (उस्मानिया विश्वविद्यालय) द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा अथवा मेरिट आधार (डिग्री में केवल वैकल्पिक विषयों के लिए प्राप्त अंक) पर किया जाता है।
बीएएसएलपी, मुंबई
मुंबई में कुल 40 सीटें हैं, जिनमें से 25 सीटें अखिल भारतीय विज्ञापन के माध्यम से संस्थान द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा के आधार पर भरी जाती हैं। शेष 15 सीटें सक्षम प्राधिकारी के निर्देशानुसार राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा (एन.ई.ई.टी.) 2013 के माध्यम से भरी जाएंगी। यदि कोई बदलाव होता है, तो इसे संस्थान की वेबसाइट www.ayjnihh.nic.in पर सूचित किया जाएगा।
बीएएसएलपी, मुंबई और कोलकाता
विदेशी नागरिक इस पाठ्यक्रम के लिए भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के माध्यम से आवेदन करेंगे। प्रवेश संस्थान और संबंधित विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार ही किया जाएगा।
बीएएसएलपी, नोएडा
ओबीसी उम्मीदवारों को प्रवेश संबंधित विश्वविद्यालय, नई दिल्ली की स्वीकृति के अधीन दिया जाएगा।
बीएससी (एएसएलपी), एसआरसी, सिकंदराबाद
निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करने वाले उम्मीदवारों के लिए द्वितीय वर्ष बीएससी (एएसएलपी) में लेटरल एंट्री के लिए तीन सीटें उपलब्ध हैं।
पात्रता मानदंड:
भौतिकी, रसायन विज्ञान और जैविकी/गणित/कंप्यूटर साइंस/सांख्यिकी/इलेक्ट्रॉनिक्स/मनोविज्ञान अथवा समकक्ष विषयों के साथ 10+2 (इंटरमीडिएट) और आरसीआई द्वारा मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण संस्थान से संशोधित श्रवण, भाषा, वाक् में डिप्लोमा (डीएचएलएस)।
संशोधित डीएचएलएस पाठ्यक्रम (2009 के बाद) के पूरा होने के बाद क्षेत्र में दो वर्षों का कार्य अनुभव।
डीएचएलएस पूर्व संशोधित पाठ्यक्रम (2009 से पहले) के लिए: दो वर्षों का कार्य अनुभव और आरसीआई द्वारा अनुमोदित 3 महीने का अल्पावधि पाठ्यक्रम ।
सभी आवेदकों (संशोधित और पूर्व संशोधित डीएचएलएस) के लिए चयन प्रवेश परीक्षा के आधार पर किया जाएगा।
अवधि
बीएएसएलपी/बी.एससी. (एएसएलपी) पाठ्यक्रम की अवधि चार वर्ष है, जिसमें तीन शैक्षणिक वर्ष और एक वर्ष की इंटर्नशिप शामिल है। इंटर्नशिप के दौरान छात्रों को मासिक वजीफा(स्टाइपेन्ड) प्रदान किया जाता है।
क्षेत्र और संभावनाएँ
श्रवण, भाषा, वाक् विकृति विज्ञान के स्नातक स्वतंत्र ऑडियोलॉजिस्ट और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं।
बी.एड. (एचआई) / (एचएच) / स्पेशल एजुकेशन (एचआई) प्रशिक्षित शिक्षक श्रवण दिव्यांग बच्चों के लिए विशेष स्कूलों, सामान्य विद्यालयों से जुड़े संसाधन इकाइयों और एकीकृत दिव्यांग शिक्षा (आईईडी) / जिला प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रम (डीपीईपी) योजनाओं में कार्य करने के लिए पात्र होंगे।
पीडब्ल्यूडी अधिनियम (1995) और यूएनसीआरपीडी (2008) के तहत, सार्वजनिक उपयोगिताओं, विद्यालयों और कार्यक्रमों में श्रवण दिव्यांग व्यक्तियों के लिए दुभाषियों की सुविधा प्रदान करना अनिवार्य हो गया है। देश में संकेत भाषा दुभाषियों की तत्काल आवश्यकता को देखते हुए संकेत भाषा दुभाषिया डिप्लोमा पाठ्यक्रम पूरा करने वाले व्यक्तियों के लिए पर्याप्त अवसर उपलब्ध हैं।
ऑडियोलॉजी और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजी में स्नातक स्वतंत्र रूप से ऑडियोलॉजिस्ट और स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट के रूप में कार्य कर सकते हैं। वे अस्पतालों (ईएनटी, बाल रोग, न्यूरोलॉजी, पुनर्वास चिकित्सा, प्लास्टिक सर्जरी और निवारक चिकित्सा विभाग), वाक् और श्रवण केंद्रों, श्रवण यंत्र उद्योग, सेरेब्रल पाल्सी, श्रवण दिव्यांगता और मानसिक मंदता से प्रभावित बच्चों के स्कूलों, बाल मार्गदर्शन केंद्रों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा प्रशिक्षण कार्यक्रमों में पर्यवेक्षक और अनुसंधान सहायक के रूप में कार्य करने के लिए पात्र होंगे।
विश्वविद्यालय आवश्यकताएँ और प्रवेश प्रक्रिया
प्रवेश शैक्षणिक योग्यता और संस्थान/विश्वविद्यालयों के नियमों के अनुसार किया जाता है। अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी), और शारीरिक रूप से दिव्यांग (पीएच) छात्रों के लिए सीटें आरक्षित होती हैं।योग्य परीक्षाओं में उपस्थित होने वाले और परिणामों की प्रतीक्षा कर रहे उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं। उम्मीदवारों को संबंधित विश्वविद्यालय की पात्रता पुष्टि के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज समय पर जमा करने होंगे।
महत्वपूर्ण निर्देश
प्रवेश के समय प्रस्तुत किए गए मूल प्रमाणपत्र संबंधित विश्वविद्यालयों/केंद्रों की अभिरक्षा में रखे जाएंगे और पाठ्यक्रम पूरा होने या पात्रता की पुष्टि होने तक लौटाए नहीं जाएंगे। बीएएसएलपी पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए अभ्यर्थियों की आयु विज्ञापन वर्ष की 1 जनवरी को 17 वर्ष पूर्ण होनी चाहिए। आयु में छूट केंद्र सरकार और संस्थान के नियमों के अनुसार दी जाएगी।
विदेशी पात्र छात्रों को विश्वविद्यालय/संस्थान के नियमों/दिशानिर्देशों के अनुसार प्रवेश दिया जाएगा। ऐसे छात्रों को भारत सरकार के विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा और उन्हें एड्स परीक्षण सहित एक चिकित्सीय स्वास्थ्य प्रमाणपत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
केवल पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन करने या छात्रों को प्रायोजित करने से उनके चयन/प्रवेश की गारंटी नहीं मिलती। संस्थान को बिना कोई कारण बताए किसी भी आवेदन के चयन/अस्वीकृति का अधिकार सुरक्षित है। केवल चयनित छात्रों को ही उनके प्रवेश की जानकारी दी जाती है। अन्य किसी भी प्रकार की पूछताछ या सिफारिशें स्वीकार नहीं की जातीं।
पाठ्यक्रमों का संचालन पर्याप्त संख्या में उम्मीदवार उपलब्धता पर ही किया जाएगा।
सभी विवादों का निपटारा मुंबई न्यायालय या उन न्यायालयों तक सीमित होंगे, जिनके अधिकार क्षेत्र में क्षेत्रीय केंद्र स्थित हैं।
पाठ्यक्रम | ट्यूशन फी प्रति वर्ष | पुस्तकालय शुल्क प्रति वर्ष | छात्रावास शुल्क प्रतिवर्ष | शैक्षिक दौरे का शुल्क | सावधानी हेतु जमा धन राशि |
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बी.एससी. (एचएलएस)/(एएसएलपी),बीएएसएलपी | 23,500/ | 5000/ | 18,000/ | 2000/ | 5000/ |
बी.एड.( एचआई),बी.एड.( एचएच), बी.एड. विशेष शिक्षा(एचआई) | 13,000/ | 5000/ | 18,000/ | – | 5000/ |
* बीएएसएलपी के छात्र केवल तृतीय वर्ष में शैक्षिक भ्रमण शुल्क का भुगतान करेंगे।
छात्रावास में रहने वाले छात्रों को प्रति वर्ष ₹4,000/ बिजली शुल्क के रूप में देना अनिवार्य होगा।
उपरोक्त के अतिरिक्त, पात्रता, नामांकन, खेल, सांस्कृतिक गतिविधियाँ, स्नातकोत्तर (पीजी) पंजीकरण आदि से संबंधित विश्वविद्यालय द्वारा अधिसूचित विश्वविद्यालय शुल्क छात्रों को स्वयं देना होगा।
नोट:
एनआरआई (NRI), सार्क (SAARC) और अफ्रीकी देशों के विदेशी छात्रों को वर्तमान शुल्क की पाँच गुना राशि का भुगतान करना होगा। सार्क देशों के बाहर के विदेशी छात्रों को वर्तमान शुल्क की पंद्रह गुना राशि देनी होगी।
छात्रवृत्ति
एससी/एसटी/दिव्यांग (SC/ST/PH) छात्र राज्य और केंद्र सरकार की उपयुक्त छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए आवेदन कर सकते हैं। भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत “टॉप क्लास एजुकेशन योजना” के तहत पात्र एससी छात्रों के लिए कुछ छात्रवृत्तियाँ आरक्षित हैं। इसी तरह, भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय, नई दिल्ली द्वारा संचालित “टॉप क्लास एजुकेशन योजना” के तहत एसटी छात्रों के लिए भी छात्रवृत्तियाँ उपलब्ध हैं। ट्यूशन फीस, छात्रावास शुल्क, भोजन व्यय, स्टेशनरी, पुस्तकों एवं सहायक उपकरणों सहित एक कंप्यूटर की प्रतिपूर्ति पूरी अध्ययन अवधि के लिए की जाएगी। छात्रवृत्ति का भुगतान केवल प्रवेश लेने के बाद और कक्षाओं में उपस्थिति दर्ज करने के पश्चात किया जाएगा।
योजना के लिए पात्रता
छात्रवृत्ति की संख्या निर्धारित आवंटन तक ही सीमित होगी। यदि पात्र छात्रों की संख्या निर्धारित छात्रवृत्तियों से अधिक होती है, तो इंटर से मेरिट सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वालों को वरीयता दी जाएगी। शेष एससी/एसटी छात्रों को “पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (पीएमएस)” के लिए पात्रता अनुसार चयनित किया जाएगा। एससी छात्रों के लिए पारिवारिक वार्षिक आय ₹4.50 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए । एसटी छात्रों के लिए पारिवारिक वार्षिक आय ₹2.00 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए।
छात्रों के प्रदर्शन की नियमित निगरानी की जाएगी और प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष के अंत में इसकी समीक्षा होगी। यदि कोई छात्र वार्षिक परीक्षा या किसी भी टर्मिनल परीक्षा में उत्तीर्ण होने में असफल रहता है, तो उसकी छात्रवृत्ति समाप्त कर दी जाएगी ।
अन्य जानकारी
शिक्षा माध्यम
डिप्लोमा स्तर के पाठ्यक्रमों के लिए शिक्षण का माध्यम आरसीआई मानदंडों के अनुसार होता है, जबकि डिग्री पाठ्यक्रमों के लिए संबंधित विश्वविद्यालय के नियमों का पालन किया जाता है। इसके बावजूद, भाषा संबंधी सहायता की आवश्यकता वाले छात्रों को हर संभव सहायता प्रदान करने का प्रयास किया जाता है। वर्तमान में, संस्थान और इसके क्षेत्रीय केंद्रों द्वारा संचालित सभी पाठ्यक्रम पूर्णकालिक हैं।
संकाय (फैकल्टी)
अयाजंरावाश्रदिसंस्थान एक राष्ट्रीय संस्थान होने के नाते,भारत और विदेशों के प्रतिष्ठित विद्वानों को छात्रों के साथ संवाद करने के लिए आमंत्रित करता है। संस्थान का उद्देश्य छात्रों को अपनी जड़ों को समझने के साथ-साथ वैश्विक दृष्टिकोण विकसित करने के लिए प्रेरित करना है। यह छात्रों को उनके विशेषज्ञता के क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों और प्रौद्योगिकी के बारे में जागरूक करने का प्रयास करता है। संस्थान की पुस्तकालय में इंटरनेट सुविधा उपलब्ध है।
उपस्थिति (अटेंडेंस)
छात्रों को नियमित और समयनिष्ठ (पंक्चुअल) रहने की अपेक्षा की जाती है ।यदि किसी छात्र की उपस्थिति संबंधित विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित न्यूनतम प्रतिशत से कम होती है, तो उसे अंतिम परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जा सकती । चूंकि विभिन्न संबद्ध विश्वविद्यालयों के उपस्थिति नियम भिन्न होते हैं , इसलिए छात्रों को शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत में ही आवश्यक उपस्थिति मानदंडों की जानकारी प्राप्त करने की सलाह दी जाती है ।
छात्र परामर्श (स्टूडेंट काउंसलिंग)
वरिष्ठ संकाय सदस्य को छात्र कल्याण अधिकारी (Student Welfare Officer) के रूप में नियुक्त किया जाता है , जो व्यक्तिगत से लेकर व्यावसायिक सभी मुद्दों को संभालने के लिए उपलब्ध होते हैं। प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए एक कोर्स कोऑर्डिनेटर (Course Coordinator) नियुक्त किया जाता है, जो विभागाध्यक्ष (Head of Department) के स्तर पर छात्रों की प्रगति की निगरानी करता है। इसके अतिरिक्त, सभी पाठ्यक्रमों के लिए संकाय सदस्यों को ट्यूटर के रूप में भी नियुक्त किया जाता है ।
खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियाँ
छात्रों को इनडोर/आउटडोर खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। वार्षिक दिवस समारोह (Annual Day Celebrations)और अन्य महत्वपूर्ण आयोजनों जैसे कि भारतीय वाक एवं श्रवण संघ (Indian Speech Hearing Association- ISHA) के सम्मेलन और राष्ट्रीय दिव्यांग शिक्षा सम्मेलन (National Convention for Education of the Deaf- NCED) में भी छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है।
कैंटीन सुविधा
क्षेत्रीय केंद्रों की आवश्यकताओं के अनुसार कैंटीन सुविधाएँ उपलब्ध हैं। छात्र सीधे भुगतान करके इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। भुगतान की राशि केंद्रों के अनुसार भिन्न हो सकती है।
छात्रावास
संस्थान मुंबई और क्षेत्रीय केंद्रों में सीमित संख्या में बाहरी छात्रों को शुल्क के आधार पर छात्रावास सुविधा प्रदान करता है। छात्रावास के कमरों में एक पलंग , अध्ययन टेबल और कुर्सियाँ उपलब्ध कराई जाती हैं। छात्रावास में अनुशासन बनाए रखने और छात्रों की सहायता के लिए वार्डन नियुक्त किए गए हैं। छात्रावास आवंटन ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर किया जाता है।
अनुशासन
कक्षा, क्लीनिक और छात्रावास में छात्रों को अनुशासन बनाए रखना आवश्यक है। संस्थान परिसर और छात्रावास में धूम्रपान और शराब का सेवन सख्त वर्जित है। शिकायतों को गंभीरता से लिया जाता है और सक्षम प्राधिकारी द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाती है।
रैगिंग
संस्थान के अधिकारी पूरी सतर्कता बरतते हैं और संस्थान एवं हॉस्टल में रैगिंग की समस्या पर काबू पाने के लिए रोकथाम के उपाय लागू किए गए हैं। एक एंटी-रैगिंग समिति का गठन किया गया है जिसमें वरिष्ठ संकाय और कर्मचारी शामिल हैं, जो विद्यार्थियों को परामर्श देते हैं और उन्हें यह अवगत कराते हैं कि रैगिंग करने पर निलंबन, निष्कासन या प्रवेश रद्द किया जा सकता है, आपराधिक कार्यवाही शुरू की जा सकती है और यहाँ तक कि कारावास भी हो सकता है। समिति विशेष औचक निरीक्षण करती है और यह सुनिश्चित करने के लिए विद्यार्थियों से प्रतिदिन संपर्क बनाए रखती है कि संस्थान परिसर में कोई अनुचित घटना न हो।
प्रवेश के समय, सभी विद्यार्थियों और उनके माता-पिता / अभिभावकों से यह अपेक्षित है कि वे एक शपथ पत्र प्रस्तुत करें जिसमें यह उल्लेख हो कि उन्हें रैगिंग के परिणामों की पूरी जानकारी है।
प्लेसमेंट सेल
यद्यपि संस्थान का मुख्य कार्य छात्रों को रोजगार प्रदान करना नहीं है, फिर भी एक ‘प्लेसमेंट सेल’ स्थापित किया गया है, जो अध्ययन पूर्ण करने वाले छात्रों और ऑडियोलॉजिस्ट, स्पीच पैथोलॉजिस्ट तथा शिक्षकों की अपेक्षा रखने वाले संगठनों के बीच समन्वय स्थापित करने का प्रयास करता है। छात्रों को इस सेल में अपना नाम दर्ज कराना लाभप्रद हो सकता है।
छात्र फीडबैक
संस्थान हर वर्ष छात्रों से पाठ्यक्रम, संकाय और सुविधाओं के संबंध में फीडबैक प्राप्त करता है। । गोपनीयता सुनिश्चित किए जाने के कारण, फीडबैक निष्पक्ष होता है और आवश्यक सुधारों को लागू करने में सहायक होता है।
प्रवेश परीक्षा/प्रवेश/शुल्क/छात्रावास संबंधी नियम, विनियम और दिशानिर्देश सार्वजनिक हित में बिना किसी पूर्व सूचना के बदले जा सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें –
निदेशक, अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं.
के.सी. मार्ग, बांद्रा रिक्लेमेशन,
बांद्रा (पश्चिम), मुंबई 400 050
दूरभाष: 022 – 69102100 एक्सटेंशन – 106
ई-मेल: ayjnihh-mum[at]nic[dot]in
सहायक निदेशक,
अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र
NIMH भवन, प्लॉट संख्या 44-A,
ब्लॉक-C, सेक्टर-40, गौतम बुद्ध नगर, नोएडा – 201 303
फोन: +91 08527696052
ई-मेल: adnrc-nihh[at]nic[dot]in
सहायक निदेशक,
अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. पूर्वी क्षेत्रीय केंद्र
एन आई ओ एच परिसर, बी.टी. रोड,
बोन हुगली, कोलकाता- 700 090
टेलीफैक्स: 033-25311427 / 25315492
ई-मेल: aderc-nihh[at]nic[dot]in
सहायक निदेशक,
अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. दक्षिणी क्षेत्रीय केंद्र
मनोविकास नगर,
सिकंदराबाद -500 009
दूरभाष: 040-27753385/27750827 (एक्सटेंशन 207)
ई-मेल: adsrc-nihh[at]nic[dot]in
सहायक निदेशक,
अ.या.जं.रा.वा.श्र.दि.सं. क्षेत्रीय केंद्र, जनला
राज्य सहयोग केंद्र,
ओगलापाड़ा, पोस्ट – जनला,
जिला – खुर्दा, ओडिशा – 752 054
टेलीफैक्स: 0674-2460641
ई-मेल: adtctd-nihh[at]nic[dot]in, tctdbbsr[at]yahoo[dot]com